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पिता का नाम
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श्री वी.एस.आर. चक्रवर्ती
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माता का नाम
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श्रीमती जया लक्ष्मी चक्रवर्ती
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जन्म तिथि
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16/10/1948
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जन्म स्थान
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अम्मन गुडी, त्रिची (तमिलनाडु)
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वैवाहिक स्थिति
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विवाहित
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विवाह की तिथि
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02/05/1980
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पति/पत्नी का नाम
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श्री धर्मेन्द्र दयोल
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पुत्रियों की संख्या
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2
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शैक्षिक योग्यता
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मैट्रिक, आंध्र महिला सभा, मयलापोर, मद्रास तमिलनाडु से शिक्षा प्राप्त की।
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व्यवसाय
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कलाकार
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स्थायी पता
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अद्वितीय प्लाॅट सं. 17, जयहिन्द सोसायटी, 12वीं एन.एस. रोड,
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जेवीपीडी स्कीम, जुहू
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मुंबई-400049, महाराष्ट्र
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दूरभाष: : (022) 26710018/46, 09870335335 (मो.)
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वर्तमान पता
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प्लॉट सं. 702, कावेरी अपार्टमेंट,
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डॉ. बी.डी. मार्ग,
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नई दिल्ली-110001
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दूरभाष: (011) 2372199, 09870335335(मो.)
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जिन पदों पर कार्य किया
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2003 - 2009
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सदस्य, राज्य सभा
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2004 - 2004
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सदस्य, विदेश मामलों संबंधी स्थायी समिति
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2004 - 2006
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सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
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2004 - 2009
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सदस्य, महिलाओं को शक्ति प्रदान करने संबंधी स्थायी समिति
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सदस्य, परामर्शदात्री समिति, सूचना और प्रसारण मंत्रालय
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2006 - 2008
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सदस्य, उद्योग संबंधी स्थायी समिति
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2007 - 2008
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सदस्य,उद्याेग संबंधी स्थायी समिति की भारी उद्योग और लोक उद्यम संबंधी उपसमिति III
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2008 - 2009
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सदस्य, परिवहन, पर्यटन और संस्कृति संबंधी स्थायी समिति
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2011 - 2012
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सदस्य, राज्य सभा
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सदस्य, शहरी विकास संबंधी स्थायी समिति
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मई, 2014
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सोलहवीं लोक सभा के लिए निर्वाचित
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1 सितम्बर 2014 से
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सदस्य, सूचना प्रोद्यौगिकी संबंधी स्थायी समिति
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सदस्य, परामर्शदात्री समिति, पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय
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मई, 2019
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सत्रहवीं लोक सभा के लिए पुन: निर्वाचित
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साहित्यिक, कलात्मक और वैज्ञानिक उपलब्धियां
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वर्ष 2012 में सर पदमपथ सिंधानिया विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा दर्शनशास्त्र के डाक्ट्रेट उपाधि से सम्मानित और वर्ष 2014 में जे.जे; टिबरवाल विश्ववि़द्यालय, झुनझुनु, राजस्थान से डी.लिट. की उपाधि की प्राप्तकर्ता।
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सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकलाप
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विश्व प्रसिद्ध सिनेमा कलाकार जो 1968 से भारतीय सिनेमा के पर्दे पर छाई हुई है और जिन्होंने सीता और गीता, शोले, त्रिशुल, जॉनी मेरा नाम, बागवान आदि जैसी कामयाब फिल्मेंं दी है। वह एक प्रसिद्ध उत्कृष्ट शास्त्रीय नर्तकी भी हैं। उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में कार्य किया है तथा भारत और विदेशों में 1000 से अधिक शो किए हैं। इनके बहुत से प्रोजेक्ट धर्मार्थ कार्यों से जुड़े है।
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विशेष अभिरुचि
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भारतीय कला और संस्कृति
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आमोद-प्रमोद और मनोरंजन
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पढ़ना, योग आदि फोटोग्राफी, चित्रकारी, विभिन्न अध्यात्मिक साधनाओं के प्रकार में रूचि।
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विदेश यात्रा
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विभिन्न देशों का भ्रमण किया।
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अन्य जानकारी
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वर्ष 2000 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री से सम्मा़नित; अध्ययक्ष, राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (एन.एफ.डी.सी.) 2002-2003
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