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पिता का नाम
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स्व. श्री स्वामी आत्मानन्द जी महाराज प्रेमी
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माता का नाम
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स्व. श्रीमती मदालसा देवी
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जन्म तिथि
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12/01/1956
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जन्म स्थान
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साक्षी धाम, जलीलपुर, जिला काशीराम नगर, उत्तरप्रदेश
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वैवाहिक स्थिति
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अविवाहित
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शैक्षिक योग्यता
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वेदान्त विशारद (इण्टर) शास्त्री (बी.ए.) आचार्य (एम.ए.) विद्या वृद्धि (पी.एच.डी.) चण्दीगढ विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान दिल्ली और महर्षि वेदानु संस्थानम, दिल्ली में शिक्षा प्राप्त की
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व्यवसाय
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धार्मिक मिशनरी
प्रकाशक,अध्यापक,शिक्षा शास्त्री,पत्रकार,लेखक,राजनैतिक तथा सामाजिक कार्यकर्ता,
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स्थायी पता
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मॉं मदालसा इंटर कॉलेज, उदैतपुर, शिकोहाबाद रोड, एटा, उत्तर प्रदेश
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जिन पदों पर कार्य किया
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1991-96
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दसवीं लोकसभा के लिए निर्वाचित
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1996-97
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ग्यारहवीं लोकसभा के लिए पुन:निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल)
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1998-99
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बारहवीं लोकसभा के लिए पुन:निर्वाचित (तीसरा कार्यकाल)
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अप्रैल. 2000 - 2006
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राज्य सभा के लिए निर्वाचित
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2000-01
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सदस्य, वाणिज्य संबंधी स्थायी समिति
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2000 - फरवरी. 2004
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सदस्य, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण संबंध्ाी स्थायी समिति
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2002
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सदस्य, खाद्य, नागरिक आपूर्ति और लोक वितरण संबंध्ाी स्थायी समिति
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जनवरी. 2003 - फरवरी. 2004
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सदस्य, कृषि संबंध्ाी स्थायी समिति
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अगस्त 2005
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सदस्य, कोयला और खान संबंधी स्थायी समिति
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मई, 2014
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सोलहवीं लोकसभा के लिए पुन: निर्वाचित (चौथा कार्यकाल)
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1 सितम्बर. 2014 से
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सदस्य, खाद्य, उपभोक्ता मामले और लोक वितरण संबंधी स्थायी समिति
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सदस्य, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन संबंधी परामर्शदात्री समिति।
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28 जुलाई 2016 से
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सदस्य, अन्य पिछड़ा वर्गों के कल्याण संबंधी समिति
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मई, 2019
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सत्रहवीं लोक सभा के लिए पुन: निर्वाचित
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प्रकाशित पुस्तकें
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(i)-सिद्धान्त उपदेश-I,II,III,1980; (ii) सरल विवेक 1980; (iii) गीता दर्शन, 1988; (iv) विचार माला 1990, (v) परमार्थ भजनावली, 1991 और; (vi) भगवान सन्देश (हिन्दी मासिक) 1972 से; (i) अष्टवक्र गीता, 1982 (ii)वैराग्य शतक, 1984 (iii) शिव महिमा स्तोत्रम, 1985 (iv) अष्टविंषत्योपनिषद, 1986 (v) पंचदशी, 1987 (vi) विचार चन्द्रोदय, 1989 और (vii) श्रीमद् भागवदयम योगाश्रम, 1988 पर टीकांए लिखी।
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साहित्यिक, कलात्मक और वैज्ञानिक उपलब्धियां
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श्रीमद भागवत , श्री गीता जी और वेदान्त पर धार्मिक माध्यम से समाज का मार्गदर्शन
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सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकलाप
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(i) देश भर में फैले 150 धार्मिक केन्द्रों के माध्यम से दुखी लोगों की सेवा (ii)लगभग एक दर्जन इन्टर और डिग्री कालेज (iii) एक महिला स्नात्तकोत्तर महाविद्यालय (iv) एक महिला बी.एड कालेज
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विशेष अभिरुचि
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(i) दुखी लोगों की सेवा करना, (ii)पठन और अध्यापन (iii) कम्प्यूटर में विशेष रूचि
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आमोद-प्रमोद और मनोरंजन
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सत्संग, अध्ययन, वेदान्त प्रबन्ध, हिन्दूनेता
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खेलकूद और क्लब
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तैराकी में विशेष रूचि, योगाभ्यास
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अन्य जानकारी
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श्री निर्मल पंचायती अखाड़ा, हरिद्वार के आचार्य महामण्डलेश्वर
नोट: यह पद संतसमाज में जगदगुरू शंकराचार्य के समकक्ष हैा
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